नगर पंचायत खोंगापानी सहित पूरे एमसीबी जिले में धूमधाम से मना छठ पर्व , छठ महापर्व की पूर्व संध्या पर खोंगापानी पोखरी दफाई छठ घाट पहुंचकर पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने सभी को दी शुभकामनाएं ।

एमसीबी  /  खोंगापानी – सूर्य उपासना का महान पर्व छठ महापर्व पूरे भारतवर्ष के साथ-साथ एमसीबी जिले में भी बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। रविवार की संध्या को श्रद्धालुओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर भगवान भास्कर से सुख-समृद्धि और परिवार के कल्याण की कामना की।

भरतपुर–सोनहत विधानसभा के पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने अपने साथियों सहित विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत खोगापानी,, और आसपास के विभिन्न छठ घाटों में पहुंचकर श्रद्धालुओं से मुलाकात की और उन्हें छठ पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि —

> “छठ महापर्व भारतीय संस्कृति का प्रतीक है, जो सूर्य उपासना, प्रकृति और शुद्ध आचरण का संदेश देता है। यह पर्व समाज में एकता, श्रद्धा और अनुशासन का अद्भुत उदाहरण है।”

पूर्व विधायक ने छठ घाटों पर की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए जनप्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन को धन्यवाद दिया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए उत्कृष्ट प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने व्रतियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व हमें संयम, स्वच्छता और आत्मबल का संदेश देता है।

छठ पर्व का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व

छठ महापर्व सूर्य देव और छठी मैया की आराधना का पर्व है, जिसकी परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है। यह पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है —

1. नहाय-खाय,

2. खरना,

3. सांझ का अर्घ्य (डूबते सूर्य को), और

4. भोर का अर्घ्य (उगते सूर्य को)।

व्रती महिलाएं इस दौरान कठोर नियमों और पूर्ण शुद्धता के साथ पूजा-अर्चना करती हैं। जल में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना इस पर्व की सबसे प्रमुख विशेषता है, जो मानव और प्रकृति के सामंजस्य का प्रतीक है।

जिले में छठ घाटों पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

एमसीबी जिले के सभी प्रमुख घाटों—मनेंद्रगढ़, चिरमिरी, भरतपुर, खोगापानी झगराखांड, नई लेदरी आदि—में हजारों श्रद्धालु अपने परिवार सहित उपस्थित रहे।
महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजीं, हाथों में पूजन सामग्री लिए भगवान सूर्य की आराधना में लीन दिखाई दीं।
नगर पंचायतों ने घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की थी।

संदेश

छठ पर्व यह संदेश देता है कि प्रकृति की उपासना, आत्मसंयम और सामाजिक एकता ही भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं।
पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने जनता से अपील की कि वे इस पर्व की पवित्रता को बनाए रखते हुए सामाजिक सद्भाव और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें।

जिला अध्यक्ष श्रीमती निर्मला चतुर्वेदी,रामा यादव, राजा पांडे, पूर्ण उपाध्यक्ष राजकुमार केसरवानी, हाफिज मेमन, सौरव मिश्रा, पिंटू भास्कर, अहमद हुसैन मनोज साहू , भावेश जैन, अमर सिंह, संतोष चौबे।

ब्युरो रिपोर्ट

buzz4ai
Recent Posts