नेशनल फ्रंट इंडियन ट्रेड यूनियन की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दीपक जायसवाल ने ठेका श्रमिकों के हक की आवाज बुलंद की

मनेंद्रगढ़ / – गांधी जयंती के अवसर पर नेशनल फ्रंट इंडियन ट्रेड यूनियन की एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दीपक जायसवाल उपस्थित रहे। बैठक में श्रमिकों से जुड़े कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई और प्रबंधन से ठेका श्रमिकों को न्याय दिलाने की मांग रखी गई।

बोनस से वंचित ठेका श्रमिक

डॉ. जायसवाल ने कहा कि SECL प्रबंधन कोलियरी कामगारों को दुर्गा पूजा और दीपावली के अवसर पर 1.03 लाख रुपए बोनस के रूप में प्रदान किया गया है, लेकिन विडंबना यह है कि ठेका श्रमिक, जो उत्पादन और उत्पादकता का मुख्य आधार हैं, उन्हें आज भी सालाना बोनस से वंचित रखा गया है।
उन्होंने कहा – “सौभाग्य की बात है कि हसदेव क्षेत्र में इस समय दो-दो मंत्री मौजूद हैं, इसके बावजूद भी ठेका श्रमिकों के साथ अन्याय हो रहा है।”

CMPF/EPF कटौती का विवरण मांगा

डॉ. जायसवाल ने जोर देकर कहा कि सम्पूर्ण SECL में ठेका श्रमिकों की अथक मेहनत से ही उत्पादन लक्ष्य पूरे होते हैं। उनके वेतन से EPF और CMPF की कटौती तो होती है, लेकिन इसकी सही जानकारी उन्हें उपलब्ध नहीं कराई जाती।
इस पर उन्होंने मांग की कि –

1. सभी श्रमिकों को CMPF/EPF कटौती का स्पष्ट विवरण दिया जाए।

2. दीपावली से पूर्व प्रत्येक ठेका श्रमिक को 15,000 रुपए सालाना बोनस दिया जाए।

SECL आवासीय समस्या पर सवाल

बैठक में SECL मकानों का मुद्दा भी प्रमुखता से उठा। डॉ. जायसवाल ने कहा कि SECL में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी मकानों पर कब्जा जमाए हुए हैं, जबकि 40-42 साल सेवा देने वाले कामगार जब सेवानिवृत्त होते हैं तो उनसे मकान खाली कराने के नाम पर लाखों रुपए रोक लिए जाते हैं और उन पर FIR तक दर्ज कर दी जाती है।
उन्होंने मांग रखी कि इस पर रोक लगाते हुए आवास उन्हीं कामगारों को आवंटित किए जाएं, जैसा कि अन्य कंपनियों (जैसे BHEL) में किया गया है।

पुराने क्वार्टर और ठेका शोषण का मुद्दा

उन्होंने कहा कि वर्षों से कंपनी के खंडहर क्वार्टरों में रह रहे रिटायर्ड कामगारों और उनके परिवारों को BHEL की तर्ज पर मकान उपलब्ध कराए जाएं।
साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि – “SECL में ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा शोषण तुरंत बंद होना चाहिए, अन्यथा श्रमिक संगठन आंदोलन करने पर बाध्य होंगे।”

बेरोजगारी पर चिंता

प्रदेश की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए डॉ. दीपक जायसवाल ने कहा कि इस जिले में न तो कोई बड़ा उद्योग-धंधा है, न मेडिकल कॉलेज और न ही उच्च शिक्षण संस्थान। परिणामस्वरूप, शिक्षित युवा बेरोजगार हैं।
उन्होंने घोषणा की कि आने वाले समय में बेरोजगारों का एक विशाल सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, तभी उनकी समस्याओं का निराकरण संभव होगा।

बैठक में श्रमिकों, ठेका मजदूरों और बेरोजगारों की समस्याओं को केंद्र में रखते हुए कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए और SECL प्रबंधन व सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की गई।

इस अवसर पर अहमद हुसैन क्षेत्रीय अध्यक्ष, कमल वैश्य एवं अन्य पदाधिकारी गण शामिल रहे।

डॉ दीपक जायसवाल
राष्ट्रीय अध्यक्ष
नेशनल फ्रंट ऑफ़ इंडियन ट्रेड यूनियन ( भारत सरकार से मान्यता प्राप्त )
सदस्य सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टी ईपीएफ़ओ भारत सरकार
सदस्य मेडिकल बेनिफिट कौंसिल ईएस आईसी भारत सरकार
सदस्य केंद्रीय भवन और अन्य स्निर्माण कर्मकार सलाहकार समिति ( भारत सरकार ) संचालक श्रम कल्याण मंडल मध्यप्रदेश शासन

ब्युरो रिपोर्ट

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