धमतरी। छत्तीसगढ़ धीवर समाज महासभा रायपुर की ओर से धमतरी में युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें प्रदेशभर से विवाह योग्य युवाओं ने सामाजिक मंच में आकर अपना परिचय दिया। मोबाइल के जरिए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संदेश दिया। प्रभारी मंत्री ने मंदिर हसौद में सामाजिक भवन की मांग पर मुख्यमंत्री से चर्चा कर इस मांग को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। रविवार को शहर के एकलव्य खेल परिसर में आयोजित प्रदेश स्तरीय धीवर युवक-युवती परिचय सम्मेलन जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा के मुख्य आतिथ्य में आरंभ हुआ। अध्यक्षता समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश धीवर ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में महापौर रामू रोहरा, पूर्व विधायक आरंग नवीन मारकंडेय, छग राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत मटियारा, उपाध्यक्ष डा. लखन लाल धीवर, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश बैस थे। प्रदेश अध्यक्ष सुरेश धीवर ने आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शादी-ब्याह में होने वाले फिजुलखर्ची पर रोक लगाने के लिए ही समाज युवक-युवतियों को एक मंच पर लाया गया है। सामाजिक मंच में अपना परिचय साझा कर जिन कुटुम्बजनों को लड़का या लड़की पसंद हो तो वे रिश्ते की बात आगे बढ़ा सकते है। उन्होंने आगे कहा कि आज शादी के लिए लड़का-लड़की ढूंढने में ही परिवार का बड़ा खर्च हो जाता है। सामाजिक मंच में युवाओं ने जिस तरह अपना परिचय साझा किया, निसंदेह आने वाले समय में धीवर समाज शादी-ब्याह में होने वाले फिजुलखर्ची पर रोक लगाते हुए आदर्श विवाह की ओर आगे बढे़गा। सामाजिक मंच में लता नाग, त्रिवेणी धीवर, भारत लाल धीवर समेत 500 युवक-युवतियों ने अपना परिचय दिया। नाम, पता, शिक्षा के साथ अपनी रूचि साझा की। बता दें कि धीवर सम्मेलन में धमतरी के अलावा रायपुर, महासमुंद, गरियाबंद, बालोद, कांकेर, राजनांदगांव, दुर्ग, कवर्धा, बेमेतरा, बिलासपुर, गरियाबंद आदि जिले से बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी शरीक होने वाले थे, लेकिन वे नहीं आए। मोबाइल के जरिए सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि धीवर समाज की एकता मिसाल है। इतना बड़ा समाज में आना तो चाहता था, पर अति व्यस्तता के चलते नहीं आ पाया। धीवर समाज की जो भी मांगें होगी, उसे अवश्य पूरा किया जाएगा। प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि धीवर समाज बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। सामाजिक एकता की प्रशंसा करते हुए उन्होंने आगे कहा कि मछुआरा समाज एक संगठित समाज की है, जिसे ध्यान में रखते हुए ही हमारी सरकार से मछुआ कल्याण बोर्ड की स्थापना की है। समाज के युवक-युवतियों में शिक्षा को लेकर काफी जागरूकता है। उच्च शिक्षा को लेकर जुनून दिखता है। उन्होंने धीवर समाज की मांग पर मंदिर हसौद स्थित चाही गई जमीन आबंटन के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा कर जल्द इस मांग को पूरा किया जाएगा। महापौर रामू रोहरा ने कहा कि यह समाज सेवा त्याग और बलिदान का ध्येय वाक्य मानकर चलता है। धीवर समाज एक ऐसा समाज हैं, जो हर तीन-चार महीने में सामूहिक रूप से धार्मिक करते हैँ। यह एक अच्छी बात है। इससे समाज के लोगों में आपसी एकता और सदभावना बढ़ती है। उन्होंने प्रभारी मंत्री से धीवर समाज भवन के लिए जमीन आबंटन करने की मांग की। सभा को मछुआ कल्याण बोर्ड अध्यक्ष भरत मटियारा, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष नेहरू निषाद ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम स्थल में मछली पालन विभाग समेत अन्य विभागों का स्टाल सजा था, जहां मछुआरा भाईयों को शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर इससे लाभान्वित होने प्रेरित किया। कार्यक्रम में धीवर समाज के प्रदेश महासचिव रामलाल पेंदरिया, कोषाध्यक्ष पवन धीवर, धमतरी परगना अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद जगबेड़हा, परमेश्वर फूटान, होरीलाल मत्स्यपाल, सोनूराम नाग, भुवनलाल धीवर, मोतीलाल धीवर, कृष्णा हिरवानी, संध्या हिरवानी, धृति हिरवानी,आशा धीवर, संगीता कोसरिया, कीर्तन मीनपाल, कोमल सार्वा, गजानंद धीवर, आलोक सपहा, फिरोज हिरवानी, यशवंत कोसरिया, हरीश मत्स्यपाल, मोतीलाल धीवर, दिलीप धरमगुड़ी, खूबलाल धरमगुड़ी, लेखराम नाग, दुर्गेश रिगरी समेत बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।





