मनेंद्रगढ़/ जिले में “राधा स्वामी संगठन” और कंप्यूटर सेंटर के नाम पर सैकड़ों गरीब, मजदूर, बेरोजगार एवं आदिवासी परिवारों से लाखों रुपये की बड़ी ठगी के मामले ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है। इसी गंभीर आर्थिक अपराध को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के जिला प्रवक्ता श्री सौरव मिश्रा के नेतृत्व में पीड़ितों ने माननीय कलेक्टर महोदय एवं पुलिस अधीक्षक महोदय को विस्तृत ज्ञापन एवं दस्तावेज सौंपते हुए तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग की। प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लेते हुए मनेंद्रगढ़ थाने में FIR दर्ज कर ली है।

ज्ञापन सौंपने पहुंचे अनेक पीड़ितों ने प्रशासन के सामने अपने दर्द की कहानी रखते हुए बताया कि एम.डी. आलम पहले मनेंद्रगढ़ में एक कंप्यूटर सेंटर चलाता था और इसी बहाने लोगों का भरोसा जीत लिया। इसके बाद उसने “राधा स्वामी संगठन” के नाम से एक फर्जी कार्यालय खोलकर ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाने शुरू किए, जहाँ वह लोगों को 40% डिस्काउंट पर वाहन, कंप्यूटर, कन्या विवाह सामग्री, स्वास्थ्य कार्ड और विभिन्न सुविधाएँ देने का लालच देता था। वह 60% राशि अग्रिम लेकर रसीदें देता रहा। कई लोगों को विश्वास दिलाने के लिए उसने शोरूम से न्यूनतम डाउन पेमेंट पर वाहन भी दिलवाए और कुछ महीनों तक किस्तें भरकर खुद को एक बड़े संगठन का प्रतिनिधि बताता रहा। लेकिन अचानक एक दिन कार्यालय बंद कर वह पूरा पैसा लेकर फरार हो गया।

शिकायत में उपस्थित आदिवासी युवक रमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने मोटरसाइकिल के लिए हजारों रुपये जमा किए थे, लेकिन अब वाहन की किस्तों का बोझ भी उनके ही सिर पर डाल दिया गया है। महिला पीड़िता सावित्री बाई ने कहा कि कन्या विवाह सहायता के नाम पर उनसे रुपये लिए गए थे, लेकिन अब न पैसा वापस मिल रहा है और न कोई सुविधा। बेरोजगार युवक रवि दुबे ने बताया कि उन्हें कंप्यूटर और नौकरी देने का आश्वासन देकर ठगा गया, जबकि एक वरिष्ठ ग्रामीण ने कहा कि स्वास्थ्य कार्ड और इलाज के नाम पर कई लोगों से पैसे लिए गए, पर किसी को कोई सुविधा नहीं मिली। कई पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर राशि जमा की थी और अब पूरा परिवार मानसिक तनाव और आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।

जिला प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने प्रशासन को अवगत कराया कि यह केवल एक ठगी का मामला नहीं, बल्कि गरीब और आदिवासी समुदाय के साथ किया गया गंभीर अन्याय है। उन्होंने आरोपी की संपत्ति, बैंक खातों और सभी डिजिटल लेन-देन की गहन जांच कर पीड़ितों की राशि वापस दिलाने की मांग की। साथ ही कहा कि अनुमानित रूप से लगभग 300 परिवार इस धोखाधड़ी के शिकार हो चुके हैं, जिनकी मेहनत की कमाई और भविष्य आज संकट में है।
सौरव मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि कांग्रेस पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी है और जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होता, पूर्ण जांच नहीं होती और पीड़ितों को उनका पैसा वापस नहीं मिलता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य सिर्फ शिकायत दर्ज कराना नहीं बल्कि हर पीड़ित को न्याय दिलाना है, क्योंकि यह मामला जिले के सामाजिक और आर्थिक ढांचे से जुड़ा हुआ है। यदि प्रशासन ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए विस्तृत जांच की तो जल्द ही पीड़ितों को न्याय मिल सकता है।





