नाशिक / – नासिक रोड स्थित चेहडी और चड़ेगांव इलाके में पिछले कुछ दिनों से लोगों को आतंकित कर रहे तेंदुए को आखिरकार महाराष्ट्र वन विभाग की टीम ने काबू कर लिया है। शनिवार सुबह पूर्व नगरसेवक पंडित अवारे के खेत में लगाए गए पिंजरे में तीन साल की मादा तेंदुआ कैद हो गई। इस ऑपरेशन के सफल होने से इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है। 22 अक्टूबर को खेत में काम कर रहे भारत दगडू अवारे के सामने एक तेंदुआ दौड़कर आया था। इसके बाद इलाके में तेंदुए की आवाजाही और देखे जाने से किसानों, खेतिहर मजदूरों और नागरिकों में डर का माहौल बन गया। इस स्थिति को देखते हुए पूर्व नगरसेवक पंडित अवारे ने तुरंत वन विभाग से संपर्क किया और तेंदुए को पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए। शुक्रवार रात को जब तेंदुआ फिर से देखा गया, तो वन विभाग की टीम ने खेत में पिंजरा लगाकर लगातार निगरानी रखी। आखिरकार शनिवार सुबह तीन साल की मादा तेंदुआ पिंजरे में फंस गई। रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर (आरएफओ) सुमित निर्मल के मार्गदर्शन में रेस्क्यू टीम ने तेंदुए को सुरक्षित पकड़कर म्हसरुल स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर (टीटीसी) में स्थानांतरित कर दिया। वहां चिकित्सा अधिकारियों ने उसका इलाज शुरू कर दिया है। इस सफल ऑपरेशन से क्षेत्र के नागरिक राहत की सांस ले रहे हैं। हालांकि, वन विभाग की जानकारी के अनुसार, इस क्षेत्र में कुछ और तेंदुओं की मौजूदगी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इससे पहले, वन विभाग ने वडनेर, तोपखाना केंद्र, पिंपलगांव आदि क्षेत्रों में छह से सात तेंदुए पकड़े थे। क्षेत्र के नागरिकों से अपील की गई है कि वे रात में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत वन विभाग को सूचित करें।
ब्युरो रिपोर्ट





