नेपाल की रसुवा जेल से अंडरवर्ल्ड ‘डॉन’ उदय सेठी फरार, किडनैपिंग में काट रहा था 32 साल की सजा

नेपाल जेल में बंद अंडरवर्ल्ड से ताल्लुकात रखने वाले खूंखार अपराधी उदय सेठी नेपाल जेन जी आंदोलन के क्रम में जेल ब्रेक का फायदा उठा कर फरार होने में कामयाब हो गया। उदय सेठी पर भारत में रह कर नेपाल में संगठित अपहरण के नेटवर्क को फैलाने का आरोप था। कुख्यात उदय सेठी के रसुवा जेल से फरार होने के बाद अपहरण उद्योग के फिर से बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

अररिया / – नेपाल में जेन की आंदोलन के चलते काफी उथल-पुथल मची हुई है। प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के कई जिलों पर हमला कर दिया। जेल को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया। जेल ब्रेक के बाद करीब 3000 हजार से ज्यादा कैदी फरार हो गए। इस बीच नेपाल की जेल में बंद अंडरवर्ल्ड से ताल्लुकात रखने वाला खूंखार अपराधी उदय सेठी भी बाइक से फरार हो गया। कुख्यात अपराधी और भारत का नागरिक रह चुका उदय सेठी नेपाल की रसुवा जेल से फरार हो गया है। भागने के दौरान जेल के सुरक्षा अधिकारियों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन अन्य कैदियों के प्रतिरोध के कारण वह भागने में सफल रहा। जैसे ही अंडरवर्ल्ड डॉन उदय सेठी के फरार होने की जानकारी बिहार के अररिया जिला प्रशासन को लगी, जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया। भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी सतर्क है। भारत को ओर आने वाले हर शख्स को रोक कर पूछताछ की जा रही है।

अपहरण उद्योग में सक्रिय रहा था

अंडरवर्ल्ड डॉन उदय सेठी पर नेपाल में संगठित अपहरण का नेटवर्क फैलाने का आरोप है। वह उद्योगपतियों, डॉक्टरों और कारोबारियों का अपहरण कर फिरौती वसूलता था। अमर टंडन के साथ मिलकर उसने नेपाल में अपहरण का एक बड़ा गिरोह खड़ा किया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद नेपाल में अपहरण की घटनाओं में कमी आई थी।

उदय सेठी ने कई उद्योगपतियों को बनाया शिकार

उदय सेठी पर नेपाल के नामी उद्योगपति ओंकार भट्टचन, पशुपति पेंट्स के महेश मुरारका, शिव सरावगी, सुमीत शेरचन, पवन अग्रवाल समेत कई लोगों के अपहरण का आरोप है। वह भारतीय नंबर से कॉल कर रंगदारी की मांग करता था। पैसे नहीं देने पर उसके साथी व्यापारी का अपहरण कर फिरौती वसूलते थे।

32 साल की सजा काट रहा था उदय सेठी

उदय सेठी को पहले नख्खु जेल में रखा गया था, लेकिन वहां भी उसने कारागार पर कब्जा जमाने की कोशिश की। इसके बाद उसे रसुवा जेल भेजा गया। नीरज छत्रपति अपहरण केस की जांच के दौरान उसे गिरफ्तार किया गया था और 12 अपहरणों के मामले में 32 साल की सजा सुनाई गई थी।

सुरक्षा एजेंसियों की चिंता

उदय सेठी के फरार होने के बाद नेपाल में अपहरण उद्योग के फिर से पनपने की आशंका जताई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और नेपाल-भारत सीमा पर नजर बढ़ा दी गई है।

ब्युरो रिपोर्ट

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