कोहिमा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या नहीं जाने का कारण बताया है। राहुल ने नगालैंड के कोहिमा में कहा कि “22 जनवरी का जो कार्यक्रम है, वो राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है। हिंदू धर्म के जो लीडर (शंकराचार्य) ने कहा कि, वो नहीं जा पाएंगे। क्योंकि ये राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है। भाजपा और आरएसएस (RSS) ने 22 तारीख को एक चुनावी फ्लेवर दे दिया है और इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खड़गे) ने वहां जाने से इंकार कर दिया।”
राहुल ने कहा कि, जो भी वहां जाना चाहता है, वो जा सकता है, लेकिन हम उस दिन वहां नहीं जाएंगे। हमारी पार्टी से भी कोई वहां जा सकता है। लेकिन हम राजनीतिक इवेंट में नहीं जाएंगे।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हम सभी धर्मों के साथ हैं। मुझे धर्म का फायदा नहीं उठाना। मैं उसमें इंट्रेस्टेड नहीं हूं। मुझे मेरे धर्म को शर्ट पर पहनने की जरूरत नहीं है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि ‘जो मेरी सोच है वह यह है कि जो सचमुच में धर्म को मानता है वह धर्म के साथ निजी रिश्ता रखता है। मैं धर्म के सिद्धांतों से अपनी जिंदगी जीने की कोशिश करता हूं। लोगों के साथ ठीक से बर्ताव करता हूं, उनकी इज्जत रखता हूं। मैं नफरत नहीं फैलाता हूं।’
बता दें कि राहुल गांधी 14 जनवरी से भारत जोडो न्याय यात्रा पर निकले हुए हैं। उन्होंने मणिपुर से यात्रा की शुरुआत की है। मंगलवार को वे नगालैंड के कोहिमा शहर में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया।