नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत से हर कोई हैरान है। 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को 202 सीटें मिली हैं। वहीं, महागठबंधन को महज 35 सीटें ही मिल पाई हैं। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस बार 100 से ज्यादा सीटों पर एनडीए की जीत 20 हजार वोटों के अंतर से हुई है। जैसा कि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस जीत पर कहा है कि बिहार के लोगों ने गर्दा उड़ा दिया। आइए-समझते हैं आंकड़ों को सरल शब्दों में।
2020 में इन अंतरों से बदला गणित
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए ने 39 ऐसी सीटें थीं, जहां 20 हजार से ज्यादा के अंतर से जीत हासिल की थी। वहीं, महागठबंधन ने इन्हीं अंतरों से 40 सीटें जीती थीं।
महागठबंधन का फासला बढ़ता गया
2025 में यह अंतर बदल गया। इस बार 20 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से कुल 118 सीटें जीती गईं। इसमें एनडीए ने 109 सीटें जीत लीं। जबकि महागठबंधन 4 सीटें ही जीत पाया। वहीं अन्य के खाते में 5 सीटें गईं।
500 तक के वोटों के अंतर से किसने कितनी जीतीं सीटें
2025 के विधानसभा चुनाव में 500 तक के वोटों के अंतर से कुल 7 सीटें जीती गईं। इनमें एनडीए को 4, महागठबंधन को 2 और अन्य को एक सीट मिली। वहीं, 2020 में भी इस मार्जिन पर कुल 7 सीटों पर जीत मिली। उस वक्त भी बिल्कुल यही आंकड़ा था।
501-2,000 के मार्जिन से कौन जीता
इस बार 500 से 2,000 वोटों के मार्जिन से कुल 8 सीटों पर जीत मिली। इसमें एनडीए को 3, महागठबंधन को 5 सीटें मिलीं। वहीं, 2020 में इसी मार्जिन पर कुल 16 सीटें जीती गईं। इसमें 6 एनडीए के पास, 9 महागठबंधन को और 1 अन्य को मिली थीं।
एनडीए बनाम महागठबंधन में वोटों का अंतर यूं रहा
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में 10 हजार से 20 हजार तक के वोटों के अंतर पर कुल 62 सीटों पर जीत मिली थी। इनमें से एनडीए को 53 और महागठबंधन को 9 सीटें मिली थीं। वहीं, 2020 में इतने ही मार्जिन पर कुल 76 सीटें जीती गई थीं। इनमें से एनडीए को 45 और महागठबंधन को 30 और अन्य को 1 सीट मिली थी।
ब्युरो रिपोर्ट





