एमसीबी योग सेवा समिति से योग की बारीकियां सीखीं जर्मन शिक्षिका, जर्मन में योग का विस्तार करेंगी शिक्षिका कोरा वुटेम्बरगर।

मनेन्द्रगढ।जर्मन देश में योग एवं प्राणायाम के विस्तार के लिए योग समिति के सदस्यों से प्रशिक्षण एवं जानकारी लेने, जर्मनी देश की मूल निवासी कोरा वुटेम्बरगर ने एमसीबी जिले के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय से मुलाकात की। पूरे योग समिति की ओर से योग प्रशिक्षक उपाध्याय ने कोरा वुटेम्बरगर का स्वागत किया।
योग को ऋषि मुनियों की साधना एवं स्वस्थ जीवन का आधार बताते हुए कोरा वुटेम्बरगर ने “-गैसलशाफ्ट फर कोन्सुम फोर्ट चुंग” द्वारा सर्वे के हवाले से बताया कि – जर्मनी में लगभग 35 लाख लोग नियमित रूप से योग करते हैं, जर्मन के प्रमुख शहर बर्लिन में लगभग 400 योग स्टूडियो है, इसी प्रकार म्यूनिख में 200 योग स्टूडियो हैं। योग में डिप्लोमा होल्डर जर्मन देश निवासी कोरा ने, अनुवादक श्रीमती कल्पना सिंह राजपूत के माध्यम से जानकारी दी कि-” जर्मनी में पहला योग विद्यालय 1921 में बोरिस सचारोव रोव ने स्थापित किया था। वहां के स्कूलों में शिवानंद योग, अयंगर योग और अन्य ब्रांड योग सिखाए जाते हैं। जर्मनी में योग की स्थापना के संदर्भ में उन्होंने ,1920 में जैकब विलहेम हाऊर, के योग के संबंध में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बतलाया कि जिस प्रकार भारत में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है इस प्रकार जर्मनी सहित विभिन्न जर्मनी के प्रमुख शहरों में योग दिवस उत्साह के साथ मनाया जाता है। जर्मन लैंग्वेज एंड फाइन आर्ट की विदेशी शिक्षिका कोरा वुटेम्बरगर ने कहा कि -योग का वैश्विक बाजार निरंतर बढ़ रहा है विश्व के ब्राजील अर्जेंटीना, रूस, चीन दक्षिण अफ्रीका मलेशिया ,श्रीलंका इंडोनेशिया ,सिंगापुर दक्षिण कोरिया सहित विभिन्न देशों में योग के प्रति निरंतर रुझान पढ रहा है। उन्होंने बताया कि जर्मनी में योग सबसे मनोरंजक खेल के रूप में प्रतिस्थापित है । जर्मनी में स्पोर्ट्स क्लब, फिटनेस स्टूडियो,योगा साईं विनिंग, के माध्यम से योग का निरंतर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जर्मनी में सामान्य स्कूलों को बच्चों को शैक्षिक आधार पर योग सिखाया जाता है। कोरा वुटेम्बरगर ने योग को आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी आवश्यक बतलाया। उन्होंने कहा कि -यदि हम अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के जैसे देशों में योग की बात करें तो इन देशों में तीन से पांच घंटे तक की फीस 5000 डॉलर तक है। उन्होंने बताया कि जर्मनी से बड़ी तादाद में मास्टर ट्रेनर भारत में आकर योग सीख रहे हैं और जर्मनी में जाकर अपने देश को स्वस्थ रखने के लिए निष्ठा पूर्वक कार्य कर रहे हैं।
एमसीबी योग सेवा समिति की ओर से जर्मन निवासी कोरा वुटेम्बरगर का शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। एवं जर्मनी से मनेंद्रगढ़ योग समिति से योग की चर्चा एवं विस्तार के लिए , मनेद्रगढ़ (भारत) आने पर योग समिति ने उनका आभार व्यक्त किया.। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय ने किया।

ब्युरो रिपोर्ट

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