दिल्ली : सरकारी स्वामित्व वाली एनएचएआई ने शनिवार को कहा कि उसने एक टोल संग्रह एजेंसी का अनुबंध समाप्त कर दिया है और उसे एक साल के लिए बोली में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया है। इस महीने की शुरुआत में भूनी टोल प्लाजा पर उसके कर्मचारियों द्वारा सेना के जवानों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। इसके अलावा, एनएचएआई ने कहा कि उसने टोल संग्रह एजेंसी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और उसकी 3.66 करोड़ रुपये की प्रदर्शन सुरक्षा राशि को एनएच-709ए के मेरठ-करनाल खंड पर स्थित टोल प्लाजा पर क्षतिग्रस्त उपकरणों और बुनियादी ढांचे की मरम्मत/प्रतिस्थापन लागत के लिए भुनाया जाएगा।
एनएचएआई के अनुसार, टोल संग्रह एजेंसी मेसर्स धर्म सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर घटना के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। एजेंसी ने कहा, “एजेंसी का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। एजेंसी को अनुबंध के दायित्वों का सीधा उल्लंघन करते हुए पाया गया, जिसमें टोल कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार, मारपीट, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाना और शुल्क संग्रह कार्यों में बाधा डालना शामिल है।” भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए, एनएचएआई ने कहा कि उसने सभी टोल संग्रह एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वे अपने उन कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें जो सड़क उपयोगकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं।
ब्युरो रिपोर्ट





