5 हजार करोड़ के हवाला घोटाले में ED का एक्शन, मोहाली के बिल्डर को किया गिरफ्तार

मोहाली के बिल्डर राजदीप शर्मा की भूमिका के बारे में ईडी का कहना है कि बिल्डर राजदीप का भी तुषार डंग के साथ कैश का लेन-देन हुआ करता था. उसने खुद माना है कि वह हवाला के जरिए कैश डील करता था और उसे पता था कि माल की कीमत कम दिखाकर पैसा बाहर भेजा जा रहा है. यह भी पता चला कि यह पैसा कई बैंक खातों से घुमाकर भेजा जाता था.

दिल्ली / – प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत मोहाली स्थित एक बिल्डर राजदीप शर्मा को गिरफ्तार किया है. उसे हजारों करोड़ के बिरफा आईटी केस (Birfa IT Case) में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें पहले ईडी की ओर से 5 आरोपियों मणिदीप मागो, संजय सेठी, मयंक डंग, तुषार डंग और जसप्रीत सिंह बग्गा को गिरफ्तार किया गया था. राजदीप को दिल्ली स्थित द्वारका की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जिसने आरोपी को 28 अगस्त तक यानी 7 दिनों की ईडी हिरासत में भेज दिया.

ईडी की ओर से की जा रही जांच में पता चला कि डंग ब्रदर्स (तुषार डंग और मयंक डंग) ने एक पूरा नेटवर्क बना रखा है. इस गैंग में भारत के व्यापारी और आयातक शामिल थे. इसमें हवाला एजेंट और आंगड़िया फर्म शामिल थे. ये लोग कैश का हिसाब रखते थे. इस धंधे में चीन और हांगकांग के सप्लायर और कंपनियां भी संलिप्त थी. मोहाली के बिल्डर को 4817 करोड़ के हवाला घोटाले मामले में गिरफ्तार किया गया है.

चीन से मंगाए माल में कीमत कम

जांच में यह बात सामने आई कि ये लोग चीन से माल मंगवाते थे, लेकिन इनवॉइस में उसकी असली कीमत से बहुत कम दिखाते थे. असली कीमत का बाकी पैसा हवाला और फर्जी बिलों के जरिए विदेश भेजा जाता था. इसके लिए सर्वर लीज, क्रिप्टो माइनिंग, एजुकेशन सॉफ्टवेयर जैसी सेवाओं के नाम पर फर्जी इनवॉइस बनाए जाते थे. जांच में पता चला कि असल में कोई सर्विस दी ही नहीं गई. असल में पैसा सीधे चीन की कंपनियों तक पहुंच रहा था.

मोहाली के बिल्डर राजदीप शर्मा की भूमिका के बारे में ईडी का कहना है कि बिल्डर राजदीप का भी तुषार डंग के साथ कैश का लेन-देन हुआ करता था. उसने खुद माना है कि वह हवाला के जरिए कैश डील करता था और उसे पता था कि माल की कीमत कम दिखाकर पैसा बाहर भेजा जा रहा है. यह भी पता चला कि यह पैसा कई बैंक खातों से घुमाकर भेजा जाता था और आखिर में चीन की कंपनियों को भुगतान कर दिया जाता था.

डंग बंधुओं ने बना रखा था सिंडिकेट

अब तक मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ईडी का कहना है कि मामले की जांच अभी चल रही है और आने वाले दिनों में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं.

ईडी की जांच से खुलासा हुआ कि डंग बंधुओं ने एक सुव्यवस्थित सिंडिकेट बना रखा था जिसमें भारतीय आयातकों और व्यापारियों के अलावा नकदी संचालकों, अंतरराष्ट्रीय हवाला एजेंटों, स्थानीय अंगड़िया फर्मों, कई चीनी निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं तथा कई प्रमुख चीनी शहरों में गोदामों की एक समर्पित श्रृंखला का एक बड़ा गैंग शामिल था.

ब्युरो रिपोर्ट

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