एमसीबी / मनेंद्रगढ / – मनेंद्रगढ़ वनमंडल में डीएफओ मनीष कश्यप के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया. नगर पालिका मनेंद्रगढ़ के बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के पार्षद डीएफओ कार्यालय के सामने एक साथ धरने पर बैठ गए. इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने डीएफओ पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिनमें महुआ बचाओ अभियान में समितियों से जबरन राशि वसूली, लाभांश की राशि में गड़बड़ी,अडानी समूह के पौधारोपण में वन भूमि सीमांकन व मुनारे निर्माण में एक ही ठेकेदार को लगातार ठेका देना और जेम पोर्टल से की जा रही खरीदी में नियमों की अनदेखी प्रमुख है.
डीएफओ को हटाने की मांग : जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि डीएफओ को तत्काल हटाया जाए और पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए. जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा. धरना प्रदर्शन जारी है और जनप्रतिनिधियों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक डीएफओ का स्थानांतरण नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा.

डीएफओ पर गंभीर आरोप : जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाए हैं कि मनेंद्रगढ़ वनमंडल में डीएफओ की पदस्थापना के बाद से भ्रष्टाचार चरम पर है.एक ही सोनहत के ठेकेदार को हर निर्माण कार्य में अनुचित लाभ दिया जा रहा है. भू-जल संरक्षण कार्य, जो अक्टूबर में प्रस्तावित था, उसे जून में ही कागजों में पूरा कर राशि आहरित कर ली गई है. कहीं ट्रांसफर न हो जाए इसलिए राशि पहले निकाल ली गई, इससे यह स्पष्ट होता है कि कार्यों में भारी वित्तीय अनियमितता बरती जा रही है.
जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि डीएफओ ने न सिर्फ उनकी बात को नजरअंदाज किया, बल्कि उनसे अभद्र व्यवहार भी किया. इस घटना से नाराज जनप्रतिनिधियों ने तत्काल डीएफओ कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया और ‘डीएफओ मुर्दाबाद’ के नारे लगाए.
जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा. धरना प्रदर्शन जारी है और जनप्रतिनिधियों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक डीएफओ का स्थानांतरण नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा.
ब्यूरो रिपोर्ट





