गोहर। सराज क्षेत्र की सब्जी उत्पादन में अग्रणी मुरहाग पंचायत पर कुदरत ने खूब कहर बरपाया है। उपजाऊ मिट्टी के लहलहाती फसलों के खेत अब मलबे और पत्थरों में तबदील हो गए है। आसमान से बरपे इस कहर ने क्षेत्र के 37 परिवारों के रिहायशी मकान, उपजाऊ खेत सहित सारी सम्पति पल भर में तबाह कर दी है। बता दें भूमिहीन हुए इन 37 परिवारों में से 4 ने मुरहाग पंचायत घर तथा 15 परिवारों ने यहां के मनरेगा पार्क के समीप बने भराड़ी माता मंदिर में शरण ली है। जबकि शेष बच्चे परिवार अपने रिश्तेदारों के पास शरण लिए बैठे है।
मुरहाग पंचायत के प्रधान कर्म सिंह ने खबर की पुष्टि की है। बता दें क्षेत्र के उन्धीगाड़, सुराह सहित आसपास अन्य गांव के जहां करीब 5 सौ लोग इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आए है, वहीं स्थानीय स्कूल व डिस्पेंसरी जैसे भवन भी भयंकर भूस्खलन की चपेट में आकर जमींदोज हो गए है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन ने बेघर हुए इन 37 परिवारों के पुनर्वास हेतु प्रयास तेज कर दिए है। जिला प्रशासन ने इनके नुकसान के आंकलन को लेकर संबंधित पटवारियों को निदेज़्श जारी कर दिए है।
ब्यूरो रिपोर्ट





