दन्तेवाड़ा। जिला दन्तेवाड़ा में पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी0 (भा.पु.से.), पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप (भा.पु.से.), पुलिस उप महानिरीक्षक (परि0) सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा रेंज राकेश कुमार, पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा गौरव राय (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूजा कुमार (भा.पु.से.) एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा रामकुमार बर्मन (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान तथा छ0ग0 शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गाँव-गाँव तक किया जा रहा है, इसके प्रभाव में लगातार शीर्ष माओवादियों सहित भटके हुए माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जा रहा है।
नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा, माओवादी संगठनों के भीतर आंतरिक मदभेद और जंगलो में रहने की कठिनाईयों से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके कुल 1 लाख ईनामी सहित 8 माओवादियों ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप (भा.पु.से.), पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा गौरव राय (भा.पु.से.), कमांडेंट 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ, कमांडेंट 230वीं वाहिनी सीआरपीएफ, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूजा कुमार (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा रामकुमार बर्मन (रा.पु.से.) एवं उप कमाण्डेन्ट (आसूचना शाखा) विमल कुमार सीआरपीएफ रेंज दन्तेवाड़ा के समक्ष डीआरजी कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किये।
आत्मसमर्पित माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत् 50 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधायें जैसे स्किल डेवलपमेंट हेतू प्रशिक्षण, कृषि भूमि इत्यादि मुहैया कराई जाएगी।