खड़गवां में आयोजित जीवन दीप समिति की बैठक में 20 एजेंडों पर चर्चा की गई। इस दौरान तीन वर्षों से नि:शुल्क सेवा दे रहे कर्मचारियों को जेडीएस से नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान जीवन दीप समिति के सदस्यों व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में निर्णय लिया गया कि समिति के अंतर्गत 73 कर्मचारी तीन वर्षों से नि:शुल्क सेवा दे रहे हैं, जिसमें ऑपरेशन थिएटर सहायक, पैथोलॉजी सहायक, महिला स्टाफ, सफाईकर्मी, वार्डबॉय सहित अन्य कर्मी शामिल हैं। इनकी सेवाओं को देखते हुए सभी को जेडीएस के माध्यम से नियुक्ति दिया जाना चाहिए।
समिति के सदस्यों अरुण तिवारी, अशोक तिवारी सहित अन्य ने कहा कि उक्त कर्मियों ने कोविड काल के दौरान बिना वेतन अपनी सेवा दी है। इसलिए उन्हें समिति के माध्यम से जेडीएस के तहत नियुक्त किया जाना चाहिए।
जिला चिकित्सालय में कैटलॉग स्वीकृत एवं भवन-एक्सपेंशन हुआ प्रस्ताव पास :
इस प्रकार जिला चिकित्सालय खड़गवां में सामान्य सभा की बैठक में 20 एजेंडों पर चर्चा की गई, जिसमें प्रमुख रूप से समिति द्वारा चिकित्सालय एमसीएच के संचालन एवं विस्तार से संबंधित प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष डॉ. विमल श्रीवास्तव, जनप्रतिनिधियों व समिति सदस्यों के द्वारा विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।
उक्त बैठक में खड़गवां के जनप्रतिनिधि अशोक तिवारी, अरुण तिवारी, संजय सिंह, रूपेश सिंह, समिति के सदस्य एवं सदस्य सचिव बीएमओ डॉ. संजय शर्मा, अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीयूष श्रीवास्तव, डॉ. शशिकांत तिवारी, बीएमओ केआर के अलावा अन्य समिति सदस्य उपस्थित थे।
बैठक में प्रमुख रूप से अस्पताल में कार्यरत 73 कर्मियों की नियुक्ति पर सहमति बनी, जिसमें पैथोलॉजी सहायक, ऑपरेशन थिएटर सहायक, महिला स्टाफ, सफाई कर्मी, वार्ड बॉय सहित अन्य शामिल हैं।
इन्हें समिति के माध्यम से जेडीएस के तहत नियुक्त किया जाएगा। इस निर्णय से लंबे समय से सेवा दे रहे कर्मचारियों को राहत मिली है।
उक्त पर हुई आपत्ति, स्वास्थ्य मंत्री ने जांच के दिए निर्देश :
उपरोक्त निर्णय पर समिति के सदस्य राम नारायण सिंह ने आपत्ति जताते हुए कहा कि समिति द्वारा बिना स्वास्थ्य मंत्री, जिला प्रशासन एवं सीएमएचओ की जानकारी के उक्त निर्णय लिया गया है, जो गलत है। समिति को इस तरह का निर्णय नहीं लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उक्त समिति मनमानी पर उतारू हो गई है और ऐसे निर्णय लेकर शासन प्रशासन को गुमराह कर रही है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जांच का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि जांच के बाद यदि उक्त कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, तो उन्हें जेडीएस के माध्यम से समिति में शामिल किया जाएगा।
इसके अलावा उक्त बैठक में चिकित्सालय के प्रसव कक्ष में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति हेतु स्वीकृति दी गई, साथ ही एक्सरे रूम हेतु भवन विस्तार, बाउंड्रीवाल मरम्मत, ऑपरेशन थिएटर के लिए आवश्यक सामग्री की खरीदी, महिला एवं पुरुष वार्ड के लिए स्टूल खरीदी, पेयजल व्यवस्था हेतु समरसेबुल पंप की स्थापना, परिसर की साफ-सफाई हेतु सफाईकर्मी की नियुक्ति, भवन की मरम्मत एवं रंगाई-पुताई सहित अन्य कार्यों के प्रस्ताव पारित किए गए।
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