MahaKumbh:प्रयागराज रेल मंडल ने मौनी अमावस्या पर 222 मेला स्पेशल ट्रेनें भेजीं। यह एक रिकॉर्ड है। प्रयागराज रेलवे ने महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों के साथ नियमित ट्रेनों का भी संचालन किया।
इस तरह एक ही दिन में 365 ट्रेनों का संचालन किया गया।
रेलवे ने बनाया रिकॉर्ड
प्रयागराज के सभी नौ स्टेशनों से गाइडलाइन के अनुसार स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। इन ट्रेनों के जरिए कुल 12 लाख लोगों को प्रयागराज से बाहर भेजा गया। प्रयागराज जंक्शन (एनसीआर) से 104, छिवकी से 23, नैनी से 17, सूबेदारगंज से 13, प्रयाग स्टेशन से 23, फाफामऊ से 5, रामबाग से 9 और झूंसी से 28 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। इसके अलावा 5 विस्तारित ट्रेनें, 5 रिंग रेल, 3 लंबी दूरी की ट्रेनें और 69 गैर-समय सारिणी ट्रेनें भी चलाई गईं।
वरिष्ठ अधिकारियों ने रखी कड़ी नजर
एनसीआर महाप्रबंधक उपेंद्र जोशी ने वॉर रूम से पूरी व्यवस्था की निगरानी की, जबकि मंडल रेल प्रबंधक हिमांशु बडोनी ने कंट्रोल रूम से समन्वय स्थापित किया। दूसरे शाही स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के बीच खुसरो बाग जोत क्षेत्र को भी जल्दी खोल दिया गया। जीआरपी और सिविल पुलिस ने स्टेशनों में सुरक्षित प्रवेश और निकासी की व्यवस्था देखी।
रेलवे की योजना
महाकुंभ में दूसरे शाही स्नान के लिए पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि 7 से 8 करोड़ लोग आएंगे। ऐसे में रेलवे ने इसके लिए तैयारियां कर ली थीं। रेलवे की योजना के मुताबिक मौनी अमावस्या के दिन यानी कल (29 जनवरी) प्रयागराज के स्टेशनों से ही यात्रियों को प्रयागराज से बाहर ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। यानी दूसरे शहरों से स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज नहीं आईं। हालांकि इस योजना से इतर प्रयागराज आने-जाने वाली नियमित ट्रेनें अपने तय समय से चलती रहीं। दूसरे शाही स्नान में डुबकी लगाने के बाद प्रयागराज रेल मंडल के स्टेशनों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इन स्टेशनों पर बड़ी संख्या में लोग नजर आए। रेलवे अधिकारियों के लिए भी ये दिन काफी व्यस्त रहा। अच्छी बात ये रही कि ट्रेनों का आवागमन सुचारू रूप से जारी रहा। हालांकि इस दौरान कल अन्य रूट की दो दर्जन से अधिक ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं। आपको बता दें कि रेलवे महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर योजना बना रहा है। रेलवे ने पूरे महाकुंभ के लिए योजना बनाई है और इसके तहत काम किया जा रहा है।