यूपी के प्रयागराज में मौनी अमावस्या के शाही स्नान से पहले हुए हादसे में लखनऊ के इंदिरानगर के पटेल नगर निवासी मंजू पांडेय (58) की मौत हो गई। महाकुंभ में स्नान के बाद निकलते वक्त वह बैरिकेट टूटने से हुए हादसे की चपेट में आ गई थीं।
गुरुवार की सुबह उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पति त्रिभुवन नारायण पांडेय भी घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
मंजू का शव बुधवार रात लखनऊ पहुंचा। एचएएल से सेवानिवृत्त त्रिभुवन अभी रास्ते में हैं। परिवार के लोगों ने उन्हें मंजू की मौत की सूचना नहीं दी है। मंजू सोमवार को पति के साथ ट्रेन से प्रयागराज गई थीं।
बुधवार को उनका शव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। त्रिभुवन के भतीजे नीतीश ने बताया कि चाचा गंगा में स्नान कर चुके थे और चाची स्नान करके निकल रही थीं। इसी दौरान अचानक हादसा हो गया। भीड़ ज्यादा होने से पति-पत्नी बिछड़ गए। दोनों के फोन भी गिर गए थे।
बैंक में कार्यरत त्रिभुवन के बेटे अभिषेक और बेटी अंजू को बुधवार तड़के हादसे की जानकारी हुई तो उन्होंने माता-पिता से संपर्क करने का प्रयास किया, पर असफल रहे। दोपहर बाद उन्हें पता चला जानकारी कि मां का देहांत हो गया है।
प्रयागराज पुलिस ने परिजनों से संपर्क कर मंजू का शव घर भेज दिया। इसकी जानकारी पर इंस्पेक्टर गाजीपुर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से संपर्क कर पोस्टमार्टम कराने की बात कही, लेकिन घरवालों ने इन्कार कर दिया। पुलिस देर रात तक उच्चाधिकारियों के आदेश का इंतजार करती रही।
कॉलोनी में पसरा मातम
मंजू की मौत की खबर सुनकर कॉलोनी में मातम पसर गया। भीड़ जमा हो गई। मां की मौत से अभिषेक और अंजू का रो-रोकर बुरा हाल है।