बिहार के वैशाली जिले में पकड़उवा विवाह का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पुराने दिनों की याद दिला दी। समस्तीपुर रेल मंडल के सेक्शन इंजीनियर दुर्गाशरण को कुछ अज्ञात लोगों ने बोलेरो गाड़ी में अगवा कर लिया और जबरन उनकी शादी करवा दी।
दुर्गाशरण शनिवार की शाम अपने दोस्त के साथ मोटरसाइकिल से विदुपुर जा रहे थे। इसी दौरान 10-15 लोगों ने उनका रास्ता रोक लिया और उन्हें अगवा कर लिया। पुलिस को दोस्त ने तुरंत सूचना दी, और अगले दिन पुलिस ने जुड़ावनपुर थाना क्षेत्र के राघोपुर पश्चिमी गांव से दुर्गाशरण को दुल्हन के साथ बरामद किया।
इंजीनियर का आरोप:
जबरन शादी और मारपीट! दुर्गाशरण ने आरोप लगाया कि अगवा करने वालों ने उनके साथ मारपीट की और शादी के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसका विरोध किया, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। शादी के बाद दुर्गाशरण की मां ने स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।
मामले में नया मोड़:
लड़की ने दिया चौंकाने वाला बयान मामला तब और उलझ गया जब लड़की ने दावा किया कि उसकी दुर्गाशरण से एक साल पुरानी जान-पहचान है। लड़की का कहना है कि दुर्गाशरण ने शादी के नाम पर पैसे की मांग की थी और बाद में उसे नज़रअंदाज करना शुरू कर दिया। लड़की के इस बयान ने मामले में नया ट्विस्ट ला दिया है।
क्या है पकड़उवा विवाह?
पकड़उवा विवाह बिहार के उत्तरी इलाकों की एक कुप्रथा है, जहां लड़के को अगवा कर जबरन उसकी शादी करा दी जाती है। यह प्रथा 21वीं सदी के शुरुआत में लगभग खत्म हो चुकी थी, लेकिन यह मामला दिखाता है कि कुछ इलाकों में इसकी छाया अब भी बाकी है।
पुलिस जांच में जुटी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। क्या यह जबरन शादी थी या पुरानी जान-पहचान का नतीजा, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
यह मामला न केवल बिहार की पुरानी कुप्रथाओं की याद दिलाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सच्चाई की परतें कितनी गहरी हो सकती हैं।