नितिन धीमान, अमृतसर। गुमटाला निवासी सुरजीत कौर काल्पनिक नाम की आयु महज 35 वर्ष है। तीन वर्ष पूर्व उसके पति की मौत हो गई। निसंदेह, पति की मौत के पश्चात सुरजीत कौर का जीवन बेरंग हो गया।
मौत का कारण था नशा। इस सामाजिक बुराई की चपेट में आकर उसका पति कम आयु में जान गंवा बैठा। पीछे छूट गई पत्नी, एक बेटी व बेटा।
100 महिलाओं का उजड़ गया सुहाग
सुरजीत जैसी अनेकानेक महिलाएं हैं जो गुमटाला क्षेत्र में फैली नशे की बुराई के कारण अपना सुहाग गंवा बैठीं। इस बात का प्रमाण एक राशन वितरण कार्यक्रम के दौरान मिला। गुमटाला में लगाए गए इस राशन वितरण कार्यक्रम में 150 विधवा महिलाएं पहुंची थीं। इनमें 100 महिलाओं का सुहाग उजड़ने का कारण नशा बना। सभी के पतियों की पिछले तीन से छह साल में नशे के कारण मौत हुई थी।
नशे के लिए बदनाम है गुमटाला इलाका
दरअसल, एयरपोर्ट रोड बाईपास पर स्थित गुमटाला इलाका नशे के लिए बदनाम है। वर्ष 2019 में सांसद गुरजीत सिंह औजला ने पहलकदमी कर घर-घर दस्तक दी और नशा पीड़ितों को प्रशासन की सहायता से घर से निकालकर नशा मुक्ति केंद्र पहुंचाया था।
दुखद पक्ष यह है कि ये नशा पीड़ित एक दिन ही नशा मुक्ति केंद्र में रहकर भाग निकले और फिर से नशा सेवन में जुट गए। वर्तमान में स्थिति यह है कि वृद्ध, वयस्कों के साथ-साथ किशोर भी नशा सेवन में जुटे हैं। चिट्टा, अफीम, गांजा, चरस जैसे मादक पदार्थों का सेवन कर रहे हैं।