पाली। राजस्थान के पाली जिले में रानी.खीमेल सड़क मार्ग पर रेलवे पटरियों के पास खेत में मिले युवक के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। रानी थानाधिकारी पन्नाराम प्रजापत और फालना थानाधिकारी विक्रम सिंह सांदु ने दो दिन के भीतर इस मामले का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मृतक की पहचान 20 वर्षीय जगदीश साटिया के रूप में हुई थी।
पुलिस के अनुसार, जगदीश के अपनी बहन की ननद से अवैध संबंध थे। इस बात को लेकर उसकी बहन के ससुराल पक्ष में काफी नाराजगी थी और वे जगदीश की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। घटना 22 जनवरी की रात की है, जब जगदीश अपनी बहन की ननद से मिलने धाणदा गांव गया था। वह झोपड़ी के पास छिपकर बैठा हुआ था। वह अंधेरे में अपनी प्रेमिका का इंतजार कर रहा था, लेकिन कुछ देर बाद उसने पीछे मुडकर देखा तो वहां प्रेमिका नहीं उसके परिवार के लोग खड़े थे। चारों ने मिलकर जगदीश की हत्या कर दी और लाश को फेंक दिया।
इन सभी लोगों ने ली थी जगदीश की जान
जगदीश की हत्या करने के लिए उसकी बहन के ससुर अन्नाराम, अन्नाराम की बेटी रिंकू, अन्नाराम की बहू लीला वहां पहुंचे थे। कुछ देर के बाद परिवार का एक और युवक वहां आ गया था। सभी ने मिलकर जान ले ली थी। पुलिस ने तमाम लोगों को कल अरेस्ट किया है और आज सभी को जेल भेज दिया गया है। चारों ने मिलकर कपड़े से उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद उन्होंने शव को छिपाने की कोशिश की और उसे धाणदा गांव के रायड़े के खेत में छिपा दिया।
पटरियों के पास शव को फेंककर चले गए आरोपी
हत्या करने के बाद अन्नाराम के बेटे किशोर ने वहां से लाश को हटाने के लिए कहा। उसके बाद चारों ने मिलकर लाश को 23 जनवरी की रात मोटरसाइकिल पर लादा और उसके बाद रानी.खीमेल सड़क मार्ग पर स्थित कानाराम चौधरी के बेरे पर फेंककर चले गए। उसके बाद लाश को पटरियों के नजदीक फेंक आए। पुलिस का कहना है कि हत्या की वजह पारिवारिक विवाद और अवैध संबंधों को लेकर उपजा गुस्सा था।