,,उनके घर पहुंच कर एक लाख रुपए की राशि देकर बंधाया ढांढस
बालोद :–बालोद जिले के ग्राम भंडेरा में मंगलवार रात यहां के निवासी मया राम पटेल के घर लगी आग से सब कुछ स्वाहा होने की खबर सुनकर क्षेत्र के प्रसिद्ध नाड़ी वैद्य गुरुदेव बिरेंद्र देशमुख ने उनके घर पहुंच कर उन्हें एक लाख रुपए देकर मदद पहुंचाई। उन्हें ढांढस बंधाया। गुरुदेव द्वारा दी गई मदद को पाकर परिवार के आंसू छलक आए। परिवार ने उन्हें धन्यवाद दिया। गुरुदेव ने कहा कि हमने ईश्वर को देखा नहीं है लेकिन इस तरह के परिवार के दुख में शामिल होना यह हमारा मानव कर्तव्य है। जैसे ही मुझे जानकारी मिली मैं मदद करने के लिए गांव आ गया।
डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम भंडेरा निवासी मयाराम पटेल के घर मंगलवार बुधवार दरम्यानी रात आग लग गई थी। इस आगजनी से घर में रखे चावल, दाल, ढाई लाख रुपए, दो मोटरसाइकिल, फ्रिज, पंखा, कूलर सब जलकर खाक हो गए। मयाराम जिस घर में रह रहा था व जिस घर में आग लगी वह धंसा राम धनकर का घर है मयाराम पिछले चार साल से यहां रह रहा है। मयाराम के घर विवाह की तैयारी चल रही थी। बेटी की विवाह के लिए जमीन बेचकर उन्होंने ढाई लाख रुपए जमा किए थे, जो घर पर ही रखे थे। इस आगजनी से रुपए जल कर रख हो गए। शादी के लिए चावल, दाल, गेहूं सब जमा कर तैयारी कर की जा रही थी। सारा सामान जलकर खाक हो गया। जैसे ही इसकी जानकारी भेड़ी निवासी प्रसिद्ध नाड़ी वैद्य गुरुदेव बिरेंद्र देशमुख को हुई, वे शुक्रवार को ग्राम भंडेरा पहुंच गए। वहां पर उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना देते हुए एक लाख रुपए की मदद पहुंचाई। इस मदद के बाद परिवार के सारे सदस्य रो पड़े। परिवार के लोगों ने बताया कि परिवार के प्रमुख मया राम पटेल के दोनों किडनी खराब है। घर में किसी तरह से गुजारा चलता है। इस आग से शादी की खुशियां भी गम में बदल गई है। मायाराम पटेल ने बताया कि अभी तक शासन प्रशासन से कोई भी मदद नहीं मिली है। ना कोई अफसर आए हैं, ना कोई जनप्रतिनिधि। ऐसे में गुरुदेव बिरेंद्र देशमुख का हमारे यहां आकर हमें मदद पहुंचाना हमारे लिए सपना जैसा लग रहा है। वे हमारे लिए भगवान के बराबर हैं। हम गुरुदेव का यह आसान कभी जीवन भर नहीं भूल सकेंगे।
मानव हैं तो मानव को मदद पहुंचाना हमारा पहला कर्तव्य,, बिरेंद्र
इस अवसर पर गुरुदेव बिरेंद्र देशमुख ने कहा कि हमने कभी भगवान को नहीं देखा है लेकिन यदि हम मानव हैं तो हमें मानव के समक्ष आए दुखों की घड़ी में उन्हें साथ देना चाहिए। मैंने बहुत छोटी सी मदद इस परिवार को पहुंचाई है। मैं चाहता हूं शासन प्रशासन भी इस ओर ध्यान दें और इस गरीब परिवार को पूरी मदद मिले। उन्होंने परिवार से भी हिम्मत रखकर इस घटना को सहने और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। गुरुदेव के हाथों एक लाख रुपए की मदद पाकर परिवार ने उनके प्रति आभार जताया।