गुरू घासीदास बाबा के संदेश एवं विचार मार्गदर्शक एवं प्रेरक : विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
– गुरू घासीदास बाबा के मनखे-मनखे एक समान, सामाजिक कुरीतियों को दूर करने, शांति, विकास एवं सौहार्द्र के बताए गए राह पर हम सभी को चलने की आवश्यकता
– विधानसभा अध्यक्ष ने 37 लाख 85 हजार रूपए की लागत से नवनिर्मित सतनाम मंगल भवन का किया लोकार्पण
– नवनिर्मित सतनाम मंगल भवन में मंच निर्माण एवं किचन शेड के लिए 10 लाख रूपए देने की घोषणा की
राजनांदगांव :—विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज पेण्ड्री वार्ड क्रमांक 20 में आायोजित गुरू घासीदास बाबा जयंती एवं नवनिर्मित सतनाम मंगल भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष ने 37 लाख 85 हजार रूपए की लागत से नवनिर्मित सतनाम मंगल भवन का लोकार्पण किया और उन्होंने भवन का अवलोकन किया। विधानसभा अध्यक्ष ने नवनिर्मित सतनाम मंगल भवन में मंच निर्माण एवं किचन शेड के लिए 10 लाख रूपए देने की घोषणा की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सभी को गुरू घासीदास जयंती की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सतनामी समाज शिक्षा, आर्थिक सशक्तिकरण के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। गुरू घासीदास बाबा के बताए रास्ते पर चलकर समाज आगे बढ़ रहा है। उन्होंने सभी को मांस-मदिरा का सेवन नहीं करने, सामाजिक कुरीतियों को दूर करने, शांति एवं अहिंसा के पथ पर चलने का संदेश दिया। उन्होंने गांव-गांव में सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए कार्य किया। सत्य ही धर्म है, और धर्म ही सत्य है तथा मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सभी मानव एक समान है। सभी के खून का रंग लाल है। सभी एक-दूसरे के साथ समानता का व्यवहार करें। गुरू घासीदास बाबा का जन्म स्थान गिरौदपुरी एक चमत्कारी स्थान है, जहां उन्होंने तप किया एवं उपदेश दिया। उन्होंने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए गुरू घासीदास बाबा के सम्मान में कुतुबमिनार से भी ऊंचे जैतखाम के निर्माण के लिए कार्य करने का सौभाग्य मिला। हम सभी पर उनका आशीर्वाद बना हुआ है। छत्तीसगढ़ शांति, विकास एवं सौहाद्र्र के साथ आगे बढ़ रहा है। उनकी बताई गई राह मार्गदर्शक एवं प्रेरक है तथा पूरी दुनिया के लिए उदाहरण है। गुरू घासीदास बाबा ने जो सद्मार्ग बताया है, उस पर हम सभी को चलने की आवश्यकता है।
पूर्व सांसद मधुसूदन यादव ने कहा कि संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा ने हमें जो मार्ग बताया है, उस पर हम सभी को चलना है। उन्होंने जो संदेश एवं विचार बताए हैं, वह सभी समाज के लिए हितकारी है। 200 वर्ष पहले उन्होंने अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाया था। आज हम सभी मिलकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्हें नारी उत्थान की चिंता थी। उनकी दूरगामी सोच के कारण समाज में कुरीतियां दूर हुई। उन्होंने कहा कि पेण्ड्री के विकास के लिए आवश्यक कार्य प्राथमिकता से मिलकर सभी करेंगे। अध्यक्ष सतनामी सेवा समिति पेण्ड्री परस लहरे ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष प्रदेश की उन्नति के लिए कार्य करते रहे हंै। सभी के अथक प्रयासों से यह सतनाम मंगल भवन बना है। इसके लिए सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर बालिकाओं के दल ने ऊर्जा, जोश एवं जुनून से भरपूर पंथी नृत्य की प्रस्तुति दी। ढोल एवं मंजीरे के साथ सिमरन करे बार-बार… जैसे गीत और पंथी नृत्य की लयबद्ध प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम किशुन यदु, रमेश पटेल, पंकज बंाधव, शिव वर्मा, राजा माखिजा, धनेश पाटिला, सूर्य कुमार खिलाड़ी, डॉ. प्रकाश खुटे, पार्थ गेंडरे, गगन आईच, पार्षद शकीला बेगम, श्रीमती पिंकी साहू, जिला सतनामी समिति राजनांदगांव के युवराज दास ढिरहरे, सतनामी सेवा समिति के दयालु खरे, नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम राजनांदगांव खेमलाल वर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी तथा सतनामी समाज के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे |