सऊदी अरब के साथ तेल के खेल में अब रूस, अमेरिका, मैक्सिको, ब्राजील जैसे बड़े देश भी कूद गए हैं। खासतौर पर रूस सस्ते दाम पर तेल आफर कर रहा है। इस कारण भारत, चीन जैसे देश अब सऊदी अरब की बजाय रूस से तेल ज्यादा खरीद रहे हैं। इस कारण अरब ने तेल के दामों में बड़ी कटौती की है।Saudi Arab Oil Price News: सऊदी अरब के पास दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको है। सऊदी अरब के दो सबसे बड़े तेल खरीदार देश हैं भारत और चीन। हाल के समय में यूक्रेन से जंग के बीच गिरती इकोनॉमी के चलते रूस ने क्रूड आइल के दाम सस्ते कर दिए। इससे सऊदी अरब पर भारत और चीन की निर्भरता कम हो गई और रूस से धड़ल्ले से सस्ता तेल खरीदना शुरू कर दिया। अब सऊदी अरब भी रूस से ‘तेल का खेल’ खेलने उतर गया है। सऊदी अरब ने कच्चे तेल की कीमत पिछले 27 महीनों में सबसे कम कर दी है। सऊदी की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको ने अपने फ्लैगशिप अरब लाइट कच्चे तेल की कीमतें एशिया के लिए घटा दी हैं। इससे भारत को बड़ा फायदा मिलने वाला है।