दिल्ली। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। एक वैन गूगल मैप के सहारे रास्ता खोजते हुए बंद पड़ी सोमी-उपरेडा पुलिया से गुजरते समय तेज बहाव में बह गई।
वैन में सवार नौ लोगों में से पांच को ग्रामीणों और पुलिस ने सुरक्षित निकाल लिया, जबकि चार लोग, जिनमें दो छोटे बच्चे शामिल हैं, अब भी लापता हैं।
बीच गड्ढे में फंसी वैन
पुलिस के अनुसार, भूपालसागर थाना क्षेत्र के कानाखेड़ा निवासी गाडरी समाज का एक परिवार सवाईभोज दर्शन के लिए भीलवाड़ा गया था। वापसी में गूगल मैप की मदद से वे सोमी-उपरेडा पुलिया पर पहुंचे, जो तीन साल से बंद पड़ी थी। पुलिया पर पानी का तेज बहाव था और बीच में बने गड्ढे में वैन फंसकर बह गई।
ग्रामीणों ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया और सूचना पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। नाव मंगवाकर पांच लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि चंदा (21), ममता (25), खुशी (4) और रूत्वी (6) बह गए।
मंगलवार देर रात करीब सवा तीन बजे सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन अंधेरे के कारण रेस्क्यू अभियान शुरू नहीं हो सका। बुधवार सुबह तलाश अभियान जारी रखा गया।
परिवार को नहीं थी रास्ते की जानकारी
घटना के समय प्रशासन द्वारा मातृकुंडिया बांध से पानी छोड़े जाने पर नदी के बहाव को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया गया था। पुलिया से जुड़ी सड़कें जेसीबी और पत्थरों से बंद कर दी गई थीं। परिवार लंबे समय से बाहर रह रहा था, इसलिए उन्हें इस बंद रास्ते की जानकारी नहीं थी।
परिवार के एक सदस्य हितेश ने पुलिस को बताया कि भीलवाड़ा में रिश्तेदारों ने उन्हें रात रुकने की सलाह दी थी, लेकिन एक भाभी ने धार्मिक कारण बताते हुए आगे बढ़ने का निर्णय लिया। नतीजतन यह हादसा हो गया।
यह दर्दनाक घटना प्रशासनिक चेतावनी और रिश्तेदारों की सलाह के बावजूद गूगल मैप पर भरोसा करने से हुई, जिससे चार जिंदगियां अब भी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है।
ब्युरो रिपोर्ट





