ग्रेटर नोएडा में बसपा शासनकाल के दौरान अधिकारियों ने सत्ता के दबाव में मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन करते हुए बादलपुर में जमीन का अधिग्रहण किया। बफर जोन में अवैध निर्माण पर करोड़ों खर्च किए गए जबकि प्राधिकरण के पास पर्याप्त धन नहीं था। सीएजी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के सुझावों को अनदेखा किया गया।
ग्रेटर नोएडा। प्रदेश में बसपा शासन काल में ग्रेटर नोएडा के अधिकारी सत्ता के इशारे पर नाचते रहे। नियम कायदों की लक्ष्मण रेखा को भी पार करने में गुरेज नहीं किया। बसपा सुप्रीमो के गांव बादलपुर में मास्टर प्लान 2021 से बाहर जाकर जमीन का अधिग्रहण किया। कैग की रिपोर्ट में यह खुलासे देख विभाग में हड़कंप मच गया है।
बैंक से ऋण लेने से भी परहेज नहीं किया
यही नहीं बफर जोन में उन कार्यों पर करोड़ों रुपये खर्च दिए जो हरित बफर जोन के लिए मान्य ही नहीं थे। प्राधिकरण अधिकारियों की दरियादिली यहीं तक सीमित नहीं थी। जमीन अधिग्रहण के लिए खजाने में रकम न होने के बावजूद बैंक से ऋण लेने से भी परहेज नहीं किया। सीएजी की रिपोर्ट के बाद अधिकारियों का सत्ता के सामने नतमस्तक होने वाला चेहरा सामने आ गया है।
ब्यूरो रिपोर्ट





