ग्रीष्मकालीन धान के बदले अन्य फसल के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने कलेक्टर ने किसानों से उनके खेतों में पहुँचकर की मुलाकात
मटिया से भेड़िया नवागांव तक किसानों के खेतों में पैदल चलकर रबी फसल का किया मुआयना
चना एवं गेहूँ आदि फसलों का क्षेत्राच्छादन बढ़ाकर इसकी बिक्री की समुचित व्यवस्था करने तथा इसका वाजिब दाम दिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
बालोद,:–कलेक्टर इंद्रजीत चन्द्रवाल नें जिले में जल के संरक्षण एवं संवर्धन के उपायों के अंतर्गत जिले के किसानों को ग्रीष्मकालीन धान के बदले अन्य फसलों के पैदावार के लिए प्रोत्साहित करने आज किसानों से उनके खेतों में पहुँचकर उनसे मुलाकात की। इसके अंतर्गत श्री चन्द्रवाल आज जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम मटिया में पहुँचकर किसानों द्वारा अपने खेतों में लगाए गए रबी फसलों का अवलोकन किया।
इस दौरान उन्होंने ग्राम मटिया से भेड़िया नवागांव तक किसानों के खेतों में पैदल चलकर रबी फसलों का मुआयना किया। श्री चन्द्रवाल किसानों द्वारा अपने खेतों में लगाए गए ग्रीष्मकालीन धान के बदले चना, गेहूँ, सरसों, लाखड़ी आदि फसल को देखकर बहुत ही प्रसन्नचित हुए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को ग्राम मटिया एवं आसपास के गांवों में चना एवं गेहँू आदि फसलों का क्षेत्राच्छादन बढ़ाने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्होंने किसानों को इन फसलों का अधिक से अधिक उत्पादन के लिए प्रेरित करने तथा बिक्री आदि की भी समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिससे किसानों को अपने उत्पाद का वाजिब दाम मिल सके। इस दौरान कृषि विभाग के उप संचालक जीएस धूर्वे, सहायक संचालक श्री एस एन ताम्रकार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर चन्द्रवाल ने किसानों को उनके उत्पाद का उचित दाम दिलाने हेतु की जा रही व्यवस्था के अंतर्गत किसान बिचैलियों के माध्यम से अपने उत्पाद की बिक्री न करके कृषक उत्पाद समूह आदि के माध्यम से बिक्री की व्यवस्था के संबंध में विस्तृत चर्चा की। इसके अंतर्गत उन्होंने मौके पर उपस्थित किसानोें से चर्चा कर इसके लिए जरूरी आवश्यकताओं के संबंध में भी जानकारी ली। किसानों ने कहा कि इस कार्य के लिए उन्हें सर्वप्रथम फसल पकने के बाद फसलों के उचित रखरखाव की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसके अंतर्गत फसलों को घुन आदि से बचाने के लिए समुचित मात्रा में दवाइयां आदि की आवश्यकता पड़ेगी। कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित कृषि विभाग के अधिकारियों को इसके लिए जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री चन्द्रवाल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों को उनके उत्पाद का वाजिब दाम दिलाने के लिए बिक्री की उचित व्यवस्था के साथ-साथ उनके फसलों का समुचित रखरखाव हेतु सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को कृषि उत्पादक समूह से चर्चा कर इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान चन्द्रवाल ने ग्राम मटिया में किसान बिसाहू राम, दीनदयाल, भूवन लाल, द्रोणाचार्य साहू आदि किसानों के खेतों में पहुँचकर वहाँ लगाए गए रबी फसलों का अवलोकन किया। किसान दीनदयाल ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने रबी सीजन में धान फसल लगाया था। लेकिन इस साल किसान चैपाल में अधिकारियों द्वारा पानी के संरक्षण के उपाय के सुनिश्चित करने हेतु ग्रीष्मकालीन धान के बदले अन्य फसल लगाने हेतु दी गई समझाईश को स्वीकार करते हुए उन्होंने धान के बदले अपने खेतों में चना फसल लगाया हैै। श्री चन्द्रवाल ने मौके पर उपस्थित किसानों एवं अधिकारियों से प्रति एकड़ चना फसल की कुल उत्पादन तथा अपने उत्पाद की बिक्री से होने वाले लाभ के संबंध में भी जानकारी ली। किसानों ने बताया कि धान के बदले दलहन एवं तिलहन फसल लगाने से पानी की खपत बहुत कम होती है। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को किसानों को ग्रीष्मकालीन धान के बदले अन्य फसल लगाने के लिए पे्ररित करने के अलावा उनके उत्पाद का बेहतर से बेहतर दाम दिलाने हेतु पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।