बालोद :— स्थानीय जिला पंजीयक कार्यालय में विगत दिन विदाई समारोह का आयोजन किया गया। 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रही जिला पंजीयक अधिकारी श्रीमती मीना वाढेरा को बधाई एवं उत्तम स्वास्थ्य की शुभकामनाएं देते हुए समस्त अन्य अधिकारी तथा कर्मचारियों ने शाल -श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर श्रीमती वाढेरा अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि,विभागीय कार्यों में सभी ने मुझे पूरा सहयोग किया, खासकर ऐसे परिस्थितियों में जब उच्च अधिकारीयों के निर्देशों का समयावधि पालन आदि हो।
कभी-कभी मुझसे भी सहयोगियों को कठोर शब्द का प्रयोग कर दिया गया, किन्तु किसी ने भी नाराजगी जाहिर नहीं की,बल्कि कार्य की गंभीरता को समझा । अंत में उन्होंने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में बालोद उपपंजीयक वेद प्रकाश सहारे ने सम्बोधित करते हुए बताया कि श्रीमती वाढेरा जी का उन्हें सदैव ही समुचित मार्गदर्शन मिलता रहा, यह सुखद अनुभव अविस्मरणीय रहेगा। गुरुर उपपंजीयक श्रीमती रश्मि सोनी ने कहा कि श्रीमती वाढेरा जी ने छग राज्य के जिन स्थानों में भी अपनी सेवाएं दीं सराहनीय है, कार्यालीन स्टाप को परिवारिक माहौल भी प्रदान किया। इस कड़ी में बालोद दस्तावेज लेखक संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण दुबे ने श्रीमती वाढेरा के आदर्श व्यवहार व सफल नेतृत्व का वर्णन किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गुण्डरदेही उपपंजीयक विजय मुले,लोहारा उपपंजीयक दिनेश लाड़के सहित नरेंद्र यादव, विजय त्रिपाठी, पंकज साहू, पूनम मेश्राम एवं बालोद दस्तावेज लेखक संघ से शिव कुमार सिंह गौतम, जुनैद कुरैशी, भूपेंद्र कुमार चंद्राकर, गोल्डी सिंह गौतम,जनक चंद्राकर, मनोहर लाल साहू एवं स्टाम विक्रेता सदस्य गण उपस्थित थे।